आज का जीवन सूत्र-८-९-२०११
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भय ,डर,चिंता से डरना नहीं उससे भागो मत् ,भय का मज़ाक उड़ाना सीखो !
वाणी की मधुरता मित्रता बढ़ाती है और वाणी की कठोरता के कारण व्यक्ति अपनों से भी दूर हो जाता है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Sweet and soft speech can multiply friendship, whereas harsh and unkind speech can result in distance
from your own close relationships.