Blog Archive

About Me

My photo
parampujy Guruvar Sudhanshuji Maharaj ka Shishay

Labels

Subscribe to Deciples-of-Sudhanshujimaharaj

Powered by us.groups.yahoo.com

WELCOME

YOU ARE WELCOME TO THIS BLOG

PLEASE VISIT UP TO END OF THE BLOG

Saturday, December 24, 2016

आत्म-निर्माण


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


आत्म-निर्माण की योजना और आत्म-विकास की योजना तब तक अधूरी है जब तक हम स्वंय के लिए कुछ नियम न बनाएँ, कुछ सिद्धान्त न बनाएँ ।

Wednesday, December 21, 2016

अंधेरे से बाहर आने


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


अंधेरे से बाहर आने की कोशिश करो ! सूर्य- चन्द्रमा को भी ग्रहण लगता हे ,वस्तुत: ग्रहण कुछ नहीं होता ,बस कुछ देर के लिए छाया पड़ जाती है ,ऐसे ही जिंदगी में थोड़ी देर के लिए आई दुर्भाग्य की छाया से निराश मत् होना ! दुर्भाग्य मिटेगा और सैभाग्य क़ा सूर्य चमकेगा जरुर ! 

Sunday, December 18, 2016

किसी के लिए








किसी के लिए अच्छा कहना हो तो निर्धन मत बनो,अच्छे गुणों की प्रशंसा करके उत्साहित करें।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

Friday, December 16, 2016

कमजोर मनशक्ति ही

१. कमजोर मनशक्ति ही अंधविश्वास क़ा बहुत बड़ा कारण है 
२. मनुष्य को ज्यादा भाग्यवादी नहीं बनना चाहिए वरना उसकी कर्म करने की शक्ति कमजोर हो जाती है और वह आगे नहीं बढ़ पाता
प्ररमपुज्य सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश

Thursday, October 20, 2016

भूतकाल को याद


isit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

भूतकाल को याद करने में और भविष्य की चिन्ता करने में समय बर्बाद न करें, क्योंकि भूतकाल वापिस आएगा नहीं और भविष्य अभी दूर है।  
अपने वर्तमान का सदुपयोग करें। हर दिन को व्यवस्थित ढ़ग से व्यतीत करें। 

Wednesday, October 19, 2016

इंसान को संसार

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


इंसान को संसार मैं बसना चाहिए लेकिन संसार को अपने मन मैं बसाना नहीं चाहिए 

Wednesday, October 5, 2016

वाणी की मधुरता

वाणी की मधुरता मित्रता बढ़ाती है और वाणी की कठोरता के कारण व्यक्ति अपनों से भी दूर हो जाता है। 


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

Wednesday, August 24, 2016

हे प्रभु। सारा संसार ही तेरा परिवार है।


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


हे प्रभु। सारा संसार ही तेरा परिवार है।
हे जगत के नियन्ता जगदीश्वर। हे नारायण। हे शुद्ध, बुद्ध, मुक्तस्वभाव। हे जन्म और जीवन देने वाले परमपिता परमात्मा। हम सभी भक्तों का श्रद्धा भरा प्रणाम आपके श्रीचरणों में स्वीकार हो। हे प्रभु। सारा संसार ही तेरा परिवार हे, तेरे चरणों में आनंद का वास हे , सभी के ह्रदयों में आपका निवास है।हे प्रभु। जिस मेधा बुद्धि को हमारे पूर्ववर्त्ती ज्ञानी-ध्यानी तथा योगीजनों ने प्राप्त किया और अपना कल्याण किया उसी विशेष बुद्धि को आप हमें प्रदान करें।हे प्रभु हमें वह बुद्धि दो जिसके द्वारा हम सन्मार्ग पर चलकर आदर्श को धारण कर सकें तथा दोषों का परित्याग करें। हे प्रभु। हमारे बुद्धि के रथ को आप हांकने वाले बनें। हम सदैव अच्छा विचारें, अच्छे योजनाएं बनाएं, अच्छे हो जाएँ और संसार को सुंदर बना सकें। खुद तरें और औरों को भी तारें। हे दाता हमारी यही विनंती हे, इसे आप स्वीकार कीजिए। 

Monday, August 22, 2016

हे प्रभु हमारा ह्रदय आपके श्री चरणों से जुडे रहें

 visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

हे प्रभु हमारा ह्रदय आपके श्री चरणों से जुडे रहें
हे जीवन के आधार। सुख स्वरूप सचिदानंद परमेशवर। समस्त संसार में आपने अपनी कृपाओं को बिखेरा हुआ है। हमारा क्षद्धा भरा प्रणाम आपके श्रीचरणों में स्वीकार हो। हे प्रभु। जब हम अपने अंतर्मन में शान्ति स्थापित करते हैं तब हमारे अन्त:स्थ में आपके आनन्द की तरंगें हिलोरें लेने लगती हैं और हमारा रोम-रोम आनन्द से पुलकित होने लगता है। जिससे हमारा व्यवहार रसपूर्ण और प्रेमपूर्ण हो जाता है। हे प्रभु! हमारा ह्रदय आपसे जुडा रहे, हम पर आपकी कृपा बरसती रहे, हमारा मन आपके श्रेचार्नोनें लगा रहे, यह आशीर्वाद हमें अवश्यदो  ताकि हम पर हर दिन नया उजाला, नई उमंगें, नया उल्लास लेकर जीवन के पथ पर अग्रसर हो सकें ! ऐसी हमारे ऊपर कृपा कीजिए। हे दयालु दाता। हमें ऐसा आशीर्वाद दीजिए कि हम प्रत्येक दिन को शुभ अवसर बना सकें। प्रत्येक दिन की चुनौती का सामना करने के लिए हमें ऐसी शक्ति प्रदान कीजिए कि जिससे हम संघर्ष में विजयी हों। हमारे द्वारा संसार में कुछ भी बुरा न हो, प्रेमपूर्ण वातावरण में श्वास ले सकें तथा प्रेम को संपूर्ण संसार में बाँट सकें। हे प्रभु! हमें यह शुभाशीष दीजिए। यही आपसे हमारी विनती है, यही याचना है। इसे स्वीकार कीजिए। 

Thursday, August 18, 2016

आप क्या बोलते

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज



आप क्या बोलते हैं, बच्चा वो नहीं सीखता। आप क्या करते हैं और क्या घर का माहौल है, बच्चा वह सीखता है।

Wednesday, August 17, 2016

जब मन में


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज


जब मन में  संतुष्टि होतृप्ति हो तभी चेहरे पर धन्यवाद का भा आएगा और
 आँखो में प्रेम 

Thursday, August 11, 2016

दूसरों को चोट


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


दूसरों को चोट पहुँचाने वाला सत् ,सत्य नहीं होतासत्य हितकारी होनाचाहिए। 

Tuesday, August 9, 2016

जैसे दिन को सजाता


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


जैसे दिन को सजाता है सूर्य और रात को सजाता है चाँदवैसे ही मानवजीवन को सौंदर्य से युक्त रने का काम सदगुरु करते हैं   
गुरु है और जिन्दगी शुरु है। 

Monday, August 8, 2016

24 घंटे में 24


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


24 घंटे में 24 मिनिट परमात्मा के लिये  24 मिनिट सेहत के लिये दो

Saturday, August 6, 2016

जहां भी त्याग की

जहां भी त्याग की भावना होगी उस में पैदा होगा प्रेम ,और प्रेम ही वह बंधन जो संसार को बांधे हुए हे ,प्रेम ही वह धुरी है जिस पर संसार टिका हुआ हे ! इस लिए हमेशा त्याग की भावना अपने अदंर रखो , स्वार्थी मत् बनो !

Friday, August 5, 2016

जो हम पाना

जो हम पाना चाह्ते है उसका कारण कर्म में छिपा है। अच्छा कर्म करने से अच्छाफल पाया जा सकता है।


Thursday, August 4, 2016

मानव जीवन अनमोल है

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


मानव जीवन अनमोल हैमनुष्य से ज्यादा कीमती चीज दुनियामें कोई नहींऔर मनुष्य के पास कीमती चीज हैश्वासों की पूंजीउसका समय्।

Tuesday, August 2, 2016

यदि किसी का प्रिय

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


यदि किसी का प्रिय कार्य कर दिया है तो उसके सम्बन्ध में मौन रहो और यदि किसी ने तुम्हारा उपकार किया है तो उसे सबके सामने प्रकट करते रहो।

Monday, August 1, 2016

जीवन के अन्तिम

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 




जीवन के अन्तिम क्षण तक दूसरों की सेवा, सहायता, सहयोग की कामना तो रखो, परन्तु किसी से माँगने की कामना नहीं 

Sunday, July 31, 2016

मेरा शंकर भोला है

मेरा शंकर भोला है मेरा शंकर भोला है !
शिव शंकर मेरा भोला है भीमाशंकर मेरा भोला है !!
उसके एक हाथ में डमरू सोहे दुसरे हाथ में भाला है !
बाम अंग में गौरी विराजत गोद में गणपति लाला है !!
मेरा शंकर भोला है ....
पाऊं में खडाऊं साजत कानन में कुंडल !
माथे पर चन्द्रमा विराजत केसों से बहती गंग धारा है !!मेरा शंकर भोला है ....
विष्णु को देदी मोतिन की माला ख़ुद पहने सर्पों की माला है !
विष्णु को देदी पीताम्बरी खुद ओढे गज छाला है !!मेरा शंकर भोला है ....
ब्रह्मा को देदिया ब्रह्मा लोक और विष्णू को देदिया स्वर्ग लोक ख़ुद मरघट में रहता है !
देवों को देदिया अमृत का प्याला ख़ुद पी गये विष प्याला है !!मेरा शंकर भोला है ....
कहे मदन गोपाल मेरा शंकर भोला है !
१-८-2006

Saturday, July 30, 2016

दूसरों को क्षमा


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

दूसरों को क्षमा लरना सीखो , क्रोध को क्षमा से ,हिंसा को क्षमा से ,सहनशीलता से ,शांती से ,प्रसन्नता से , सोम्यतासे ,मधुरता से , शिष्टता से जीतने की कोशिश करो विशेषता आयेगी !

Tuesday, July 26, 2016

जीवन परिवर्तन

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


जीवन परिवर्तन का नाम है और परिवर्तन जीवन का सौंदर्य है।

Friday, July 22, 2016

शांति की इच्छा

शांति की इच्छा से शांति नहीं आती ,इच्छा की शांति से शांति आती है ! इसलिए ईच्छाओं को शांत करो शांति अपने आप आजाएगी ! 


--




Thursday, July 21, 2016

प्रश्न :-मुझे क्रोध बहुत आता हे !क्रोध



प्रश्न :-मुझे क्रोध बहुत आता हे !क्रोध की स्थिति में कुछ भी कर डालता हूँ जो कई बार बहुत हानिकारक भी होता है ! में क्या करूँ कैसे अपने क्रोध को रोकूँ? 
गुरूदेव :-आप पहले तो एकांत में बैठकर यह विचार करें कि आपको क्रोध आता ही क्यों है !सामान्यत: व्यक्ति जो सोचता है वह नहीं हो पाए ,स्वार्थ सिद्धि  में बाधा आए , अथवा परिस्थितियाँ प्रतिकूल हो जाए तो क्रोध आता है ! हानि  से बचने के लिए आवश्यक यह है कि जब भी क्रोध आए , लम्बी गहरी श्वास लें और क्रोध के विषय से स्वंय को दूर ले जाए और प्रतिकार को २४ घंटे के लिए टाल दें !मन में अपने गुरु का ध्यान और मन्त्र जाप शुरू कर दें !बाद में एकांत में विचार करें इस स्थिति के लिए में कहाँ तक दोषी हूँ !

Tuesday, July 19, 2016

अगर अपने आप

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 

अगर अपने आप को बदलना है तो कल की योजनायें नहीं बनाना। परिवर्तन कब आएगा, जब सोचोगे आज ही, 
 
अब ही, इसी समय ही मैंने अपने आपको बदल देना है। आज से ही सुधार करूँगा । 

Friday, July 15, 2016

जीवन को निर्भयता

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 


जीवन को निर्भयता से बितानेके लिए, शांति से बिताने के लिए हमें प्रयत्नशील होना चाहिए और उसका तरीका अन्दर से आताहै। खुशी अन्दर से आती है।

Wednesday, July 13, 2016

प्रभाव ही ऐसा

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 


प्रभाव ही ऐसा विचित्र होता है कि जो चीज सच नहीं, वह सच नजर आती है।

Tuesday, July 12, 2016

जीवन के अन्तिम



visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 


जीवन के अन्तिम क्षण तक दूसरोंकी सेवा, सहायता, सहयोग की कामना तो रखो, परन्तु किसी से माँगने की कामना नहीं ।


Monday, July 11, 2016

जिन्दगी में कुछ

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 


जिन्दगी में कुछ देना सीखना। हाथ फ़ैलाने की आदत मत बनाओ।

Sunday, July 10, 2016

"झूठी जग

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 


"झूठी जग रचना, झूठी उसकी प्रीत।

सांचा नाम हरी का, साँची उसकी प्रीत॥ "


Saturday, July 9, 2016

अगर घर में प्रेम

visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 


अगर घर में प्रेम हे तो घर में शांति रहेगी ,नहीं तो अशांती रहेगी !इसलिय घर में प्यार बनाए रखो !

Friday, July 8, 2016

कभी कभी विपरीत


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 

जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 

उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 



कभी कभी विपरीत स्थिति में भी मुस्कराने का प्रयास करो, यह सोचो कि उसमें भी कुच्छ भला ही होगा।

Wednesday, July 6, 2016

Fwd: जिंदगी में कितनी


---------- Forwarded message ----------
From: Madan Gopal Garga <mggarga@gmail.com>
Date: 2016-07-06 13:12 GMT+05:30
Subject: जिंदगी में कितनी
To:


visit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 


जिंदगी में कितनी भी ऊँचाई धारण कर लीजिएलेकिन अपने को सरलबनाए रखिए 


Thursday, April 14, 2016

भगवान को पाने


isit


परम पूज्य सुधांशुजी महाराज 
जिनका आज जनम दिन या विवहा की सालगिरह है 
उनको और सब को आशीर्वाद देते हुए 

भगवान को पाने के लिये मन में केवल भगवान को बिठाइये।संसार मै रहिये,किन्तु संसार को मन में मत बसा लीजिये।

amazon code

AdSense code

Visitor Count

THANKS

YHANKS FOR YOUR VISIT